आज एक ऐसी घटना हुई, जिसे सुनकर बहुत आश्चर्य हुआ। हुआ यूं कि एक जनवरी को कानपुर में बारिश हुई थी। इस कारण रात का माहौल काफी सर्द था। दो जनवरी के रात को सभी लोग सोए हुए थे। मैं भी सोया हुआ था। रात को लगभग एक बजे बाहर काफी हल्ला हो रही थी। बाहर निकला तो देखा कि सभी लोग घर से बाहर निकले हुए हैं और काफी भयभीत हैं। पूछने पर पता चला कि आज रात जो सोएगा, वह पत्थर बन जाएगा। मैं भी काफी परेशान हो गया। बाद में सोचा कि इस आधुनिक युग में भी ऐसा होता है। खैर मजेदार यह रही कि जब ऑफिस आया तो सभी के साथ इसी तरह की घटना हुई थी। कुछ लोग कह रहे थे कि यदि पत्थर बन जाता तो मैं अपनी पत्नी को सुला देता और जब वह पत्थर बन जाती तो लोगों के सामने गाना गाता कि पत्थर के सनम, तूझे हमने मुहब्बत का खुदा मा;;;;;;;;;;;;;; । तो कोई कह रही थी कि मैं अपने पति को सुला देती और जब वे पत्थर बन जाते तो गाती कि हुस्न हाजिर है, मुहब्बत की सजा पाने को :::::::::::::::::। एक बुजुर्ग कह रहे थे कि यह होकर रहेगा। क्योंकि अब सतयुग आनेवाला है। हो सकता है कि कलयुग में सभी पापी बनकर पत्थर बन जाए और राम अवतरित होने का कारण बने। भई जितनी मुंह, उतनी बात। मुझे तो लग रहा था कि यदि हम एक मिनट के लिए सोचें कि मेरी पत्नी पत्थर बन गई होती तो मैं क्या करता। मुझे हंसी आती है इस तरह के लोगों पर। क्या 2012 में भी हम इस तरह की सोच रखते हैं। नया वर्ष सभी के लएि पत्रि न बनकर मंगलमय हो, यही हमारी प्रार्थना है भगवान से।
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