रविवार, 25 जनवरी 2015

एक संन्यासी को इस तरह के सम्मान से बचना चाहिए



आज न्यूज में देखा कि रजत ’ार्मा को भी सम्मान मिल गया! मुझे लगा कि मोदी साहब कुछ अलग करेंगे, लेकिन माफ करिएगा कि मुझे खराब लग रहा है! क्योंकि रजत ’ार्मा खुलेआम जेटली को दोस्त कबूल चुके हैं और इसका नजारा आप लोग भी इंडिया टीवी में देखे होंगे! फिर कल सुना कि बाबा रामदेव को सम्मान दिया गया, लेकिन वे लौटा दिए! सम्मान लौटाने के बाद मैं बाबा का मुरीद हो गया! यदि वे सम्मान ले लेते, तो उन्हें वो नहीं मिलता, जो उन्हें अब मिलेगा! सही कहा उसने कि एक संन्यासी को इस तरह के सम्मान से बचना चाहिए! सम्मान तो जनता का प्यार है, जो उसे मिल रहा है! काा रजत ’ार्मा भी एक उदाहरण पेा करते......

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